बच्चों को बड़ों की इज्ज़त करना सिखाएं: बच्चे पेरेंट्स के सबसे बड़े फॉलोअर्स होते हैं जिन्हें देखकर और उनका अनुसरण कर वे बड़े होते हैं। बच्चा जब बहुत छोटा होता है बोल भी नहीं पाता, मां को देखते ही तेज-तेज हाथ पैर चलाने शुरू कर देता है क्योंकि उसे एहसास हो जाता है कि वह उसे गोद में उठा कर प्यार करेंगी इस का एहसास मां को भी हो जाता है और वह बच्चे की भावना की इज्ज़त करते हुए उसे गोद में उठा कर प्यार करती है। एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करने की शुरुआत वास्तव में यहीं से हो जाती है। बच्चा जैसे-जैसे बड़ा होता है, वह सब सीखता है जो उसके आसपास हो रहा होता है। ऐसे में कई बार पेरेंट्स शिकायत करते हैं कि वह बड़ों की इज्जत नहीं करता। इस लेख में लेखिका ने यह बताने की कोशिश की है कि दुनिया में ऐसी कोई पुस्तक नहीं लिखी गई जिसे पढ़कर बच्चा बड़ों की इज्ज़त करने लगे। इज्ज़त करना एक पारिवारिक माहौल/प्रोसैस है जिसे बच्चा बड़ों के अनुसरण मे...