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जुलाई, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

मन की बात बच्चों के साथ: बच्चों को लोक व्यवहार एवं प्रभावशाली व्यक्तित्व का मालिक कैसे बनाएं?

बच्चे माता-पिता की सबसे बड़ी धरोहर होते हैं। अतः उनका कर्त्तव्य है कि बचपन से ही उनकी ऐसी परवरिश करें और लोक व्यवहार की शिक्षा दें ताकि बड़े होकर वे मजबूत, आत्मविश्वासी, साहसी एवं संपूर्ण प्रभावशाली व्यक्तित्व के मालिक बनकर समाज को ग्रेट ऊंचाइयों की ओर ले जाने में सक्षम हों। यह तभी संभव होगा जब पेरेंट्स अपने बच्चों रुपि पूंजी का निवेश सकारात्मक तरीके से सही जगह करेंगे। हमारे बच्चे भी हमारी बैंक में जमा धनराशि की तरह ही होते हैं यदि उचित जगह इन्वेस्ट (investment) नहीं किया तो बढ़ने की बजाय कम होना शुरू हो जाती है।  'मन की बात बच्चों के साथ' (mann ki baat bachhon ke saath) नामक प्रस्तुत लेख में लेखिका ने यह बताने की भरपूर कोशिश की है कि पेरेंट्स अपने बच्चों को लोक व्यवहार एवं प्रभावशाली व्यक्तित्व का मालिक कैसे बनाएं ताकि वे बड़े होकर समाज को ग्रेट हाईट्स की ओर ले जाने में अपना भरपूर योगदान देने में सक्षम हों। घर के बड़े-बुजुर्गों और पेरेंट्स का मकसद होना चाहिए कि बच्चों को परिस्थितियों के अनुसार अपने आप को ढ़ालना सिखाएं। सच्ची शिक्षा का वास्तविक उद्देश्य होता है धैर्...

ज़िद्दी बच्चे को कैसे समझाएं | Ziddi bacche ko kaise samjhayein

                                      ज़्यादातर पेरेंट्स यही सोचकर परेशान रहते हैं कि ज़िद्दी बच्चे को कैसे समझाएं। बच्चे का थोड़ी बहुत ज़िद करना आम बात है लेकिन यही ज़िद अगर हद से बढ़ जाए तो माता-पिता के लिए चुनौती बन जाती है। बच्चे को समझना और समझाना मुश्किल हो जाता है। पेरेंट्स जो करने को कहेंगे वह उसका उल्टा करने की कोशिश करेगा। उदाहरण के लिए यदि आप कहोगे खाना खा लो तो वह कहेगा नहीं उसे सोना है या वीडियो गेम खेलना है कहने का मतलब बच्चे को जो कहा जाए वह उसका उल्टा करने की कोशिश करेगा या फिर बात को सुनकर अनसुनी कर देगा। ऐसे बच्चे घर में माता-पिता के लिए और स्कूल में टीचर्स के लिए सिरदर्द का कारण बन जाते हैं। आए दिन क्लास टीचर की शिकायत आती है कि बच्चा बात नहीं सुनता उसे जो करने को कहा जाता है उसका उल्टा करता है या फिर कुछ नहीं करता। घर में भी सबको परेशानी में डालने जैसा माहौल पैदा करता है। हर नामुमकिन काम को करना चाहता है या ज़िद करके करवाना चाहता है। घर के किसी नियम को नहीं मानता, गुस्से से...

बच्चों को कोरोनावायरस (COVID-19) से कैसे बचाएं | Bacchon Ko Coronavirus (Covid-19) Se Kaise Bachayein

बच्चों को कोरोनावायरस से कैसे बचाएं: हमारे इस लेख में आज हम आपको सर्वव्यापी pandemic/वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातों से अवगत करवाने जा रहे हैं। कोरोनावायरस क्या है: कोरोनावायरस   ऐसी बीमारी (disease) है जो एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे किसी भी स्वस्थ व्यक्ति में बड़ी ही आसानी से फैल जाती है। आज के दौर में इसने पूरी दुनिया को भयंकर तरीके से अपनी चपेट में ले रखा है। वैसे तो कोई भी इंसान इसका शिकार आसानी से हो सकता है लेकिन बूढ़े और छोटे बच्चे या जिनका इम्युन सिस्टम कमज़ोर होता है, ऐसे लोग जल्दी इसके प्रभाव में आ सकते हैं। कोरोनावायरस ने पूरी दुनिया में खलबली मचा दी है।  विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और समस्त डॉक्टरों का मानना है कि जब तक इसकी प्रौपर वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक सोशल डिस्टैंसिंग और मास्क N-95 का प्रयोग करना अनिवार्य है। दुनिया भर के देशों की तरह भारत में भी इसका प्रकोप दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है अतः सतर्क रहना अत्यावश्यक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा 30जून, 2020 को 14.00 GMT जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार वर्ल्ड वाइड 10,450,5...